पत्रकार कल्पना सहोता
अनूपगढ़, राजस्थान।
राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नई मंडी घड़साना को भूमि का पट्टा दिए जाने, नर्सिंग स्टाफ के पद बढाए जाने और चिकित्सकों रिक्त पदों पर नियुक्ति किए जाने की मांग को लेकर नागरिकों की ओर से स्वास्थ्य केंद्र के समक्ष लगाए धरने पर आज छठे दिन क्रमिक अनशन जारी है।
धरना स्थल पर धरनार्थी मदन गेदर ने India Meet TV से बात करते हुए बताया कि आज तक कोई भी विभागीय अधिकारी धरना स्थल पर नहीं पहुंचने से धरनार्थियों में रोष व्याप्त है। गेदर ने सीएमएचओ अनूपगढ़ की हठधर्मिता को लेकर कहा कि उन्होंने अभी तक धरनार्थियों की सुध नहीं ली है। 5 नवंबर को सीएमएचओ के पत्र क्रमांक 2024/1971 की अनुपालना में वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी प्रभारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घड़साना ने कार्यालय आदेश जारी कर चिकित्सा अधिकारी डॉ सुशील बाना को 5 नवंबर को दोपहर बाद कार्यमुक्त कर उन्हें आगामी उपस्थिति 6 नवंबर से राजकीय चिकित्सालय अनूपगढ़ में देने का आदेश दिया। गेदर ने बताया कि सीएमएचओ ने राजकीय चिकित्सालय अनूपगढ़ में चिकित्सकों की भारी कमी और मौसमी बीमारियों के प्रकोप को इसकी वजह बताया था, जबकि घड़साना में हालात बदतर हैं।
आज धरनार्थियों ने सीएमएचओ अनूपगढ़ को ज्ञापन प्रेषित कर डॉ सुशील बाना को तुरंत प्रभाव से पुनः राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घड़साना पदस्थापित करने की मांग की है और कड़े शब्दों में चेतावनी दी है कि ऐसा नहीं किए जाने की सूरत में 12 नवंबर को वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी प्रभारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घड़साना का घेराव किया जाएगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी विभाग एवं प्रशासन की होगी।
ज्ञापन की प्रति चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री, शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, निदेशक (जनस्वास्थ्य) चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं एवं जिला कलेक्टर, अनूपगढ़ को भी प्रेषित की गईं हैं।
आज धरना स्थल पर राहुल अरोड़ा, बृजमोहन चलाना, सरपंच मोटनदास नायक एवं संदीप सिंह ढिल्लो, फौजी सोनी, दीपू मिड्ढा, योगेश बंसल, बंटी मोदी, रामचंद्र सारड़ीवाल, साहिल कुक्कड़, सन्नी खुराना, गिरधारी छापरवाल, आरटीआई कार्यकर्ता लालचंद मेघवाल, हरीश मिड्ढा, राम प्रताप, चंद्रभान संदीप शर्मा, संदीप सिंह,अनिल वर्मा सहित अन्य नागरिक उपस्थित रहे।